जांजगीर-चांपा जिले के चांपा नगर पालिका क्षेत्र में आज रात परंपरागत रीति-रिवाजों और शुभ मुहूर्त के अनुसार होलिका दहन किया जाएगा। नगरवासियों में इस उत्सव को लेकर भारी उत्साह देखा जा रहा है। विभिन्न स्थानों पर होलिका दहन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, और लोग बड़े हर्षोल्लास के साथ इस पर्व को मनाने के लिए तैयार हैं।
होलिका दहन का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
होलिका दहन हिंदू धर्म के प्रमुख पर्वों में से एक है, जिसे बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भक्त प्रहलाद की भक्ति, हिरण्यकशिपु के अहंकार और होलिका के छल की कहानी को याद किया जाता है। मान्यता के अनुसार, होलिका को यह वरदान प्राप्त था कि वह आग में नहीं जलेगी, लेकिन जब वह अपने भाई हिरण्यकशिपु के कहने पर प्रहलाद को गोद में लेकर आग में बैठी, तो प्रभु की कृपा से प्रहलाद सुरक्षित बच गए और स्वयं होलिका जलकर भस्म हो गई। तभी से यह परंपरा चली आ रही है कि इस दिन बुराई का अंत करने के लिए होलिका दहन किया जाता है।
नगर में तैयारियां जोरों पर
चांपा नगर पालिका क्षेत्र में इस बार भी होलिका दहन के लिए विशेष तैयारियां की गई हैं। नगर के विभिन्न चौक-चौराहों, और सार्वजनिक स्थलों पर होलिका स्थापित की गई है। प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है ताकि त्योहार शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो। नगरवासियों ने होलिका दहन स्थल पर लकड़ी, उपले और अन्य सामग्री एकत्रित कर ली है।
स्थानीय बाजारों में भी होली के रंग दिखाई दे रहे हैं। दुकानों में रंग-गुलाल, पिचकारी, मिठाइयां और होली से जुड़ी अन्य सामग्रियों की खूब बिक्री हो रही है। विशेष रूप से बच्चों और युवाओं में इस पर्व को लेकर खासा उत्साह देखा जा सकता है।
शुभ मुहूर्त में होगा होलिका दहन
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस वर्ष होलिका दहन के लिए विशेष शुभ मुहूर्त रात्रि में निर्धारित किया गया है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, होलिका दहन प्रदोष काल में किया जाना अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दौरान नगर के विभिन्न स्थानों पर एक साथ होलिका दहन किया जाएगा।
रंगों के त्योहार की ओर बढ़ते कदम
होलिका दहन के बाद अगले दिन रंगों का त्योहार, यानी धुलेंडी मनाई जाएगी। चांपा नगर में होली खेलने की परंपरा बहुत पुरानी है। लोग एक-दूसरे को गुलाल लगाकर बधाइयाँ देंगे और होली की खुशियों में सराबोर होंगे। नगर के प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर होली मिलन समारोह भी आयोजित किए जाएंगे।
निष्कर्ष
चांपा नगर पालिका क्षेत्र में होलिका दहन के इस पारंपरिक उत्सव को लेकर नगरवासियों में भारी उत्साह है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देता है। प्रशासन और स्थानीय लोगों की तैयारियों के चलते यह पर्व शांतिपूर्ण और उल्लासपूर्ण वातावरण में संपन्न होगा। सभी नगरवासियों से आग्रह किया गया है कि वे इस पर्व को हर्षोल्लास और सद्भावना के साथ मनाएं तथा पर्यावरण का विशेष ध्यान रखें।