
चांपा। नगर की प्रसिद्ध जड़ी-बूटी की दुकान, जो पिछले एक शताब्दी से हटरी बाजार में संचालित हो रही थी, अब नए स्वरूप में हटरी बाजार रोड स्थित सेंट्रल बैंक के बगल और शिशु मंदिर के सामने प्रारंभ हो गई है। उद्घाटन समारोह में नगर के प्रबुद्ध नागरिकों, व्यापारियों और स्थानीय जनों की उपस्थिति रही। इस अवसर पर पूजा-अर्चना कर नए प्रतिष्ठान का शुभारंभ किया गया।
यह दुकान चांपा नगर ही नहीं, बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी अपने आयुर्वेदिक औषधियों और पूजन सामग्रियों के लिए प्रसिद्ध है। लगभग 100 वर्षों से यह प्रतिष्ठान लोगों के स्वास्थ्य और श्रद्धा दोनों की सेवा कर रहा है। दुकान की स्थापना स्वर्गीय मालिकराम बानी ने की थी, जिन्होंने अपने समय में इसे जनसेवा का माध्यम बनाया। उनके पश्चात नारायण प्रसाद बानी और कमल प्रसाद बानी ने पारिवारिक परंपरा को आगे बढ़ाते हुए व्यवसाय को नए स्तर तक पहुँचाया। वर्तमान में गिरधारी बानी इस दुकान का संचालन कर रहे हैं और उन्होंने आधुनिक सुविधाओं के साथ इस परंपरागत दुकान को नया रूप देने का संकल्प लिया है।
नए प्रतिष्ठान में अब डाबर, वैद्यनाथ, पतंजलि जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों की आयुर्वेदिक दवाइयाँ उपलब्ध रहेंगी। इसके साथ ही देवी-देवताओं की पूजन सामग्री जैसे रक्षासूत्र, वस्त्र, माला, अगरबत्ती, हवन सामग्री और धार्मिक वस्तुएँ भी बड़ी संख्या में रखी गई हैं। गिरधारी बानी ने बताया कि दुकान में पुराने ग्राहकों के विश्वास को बनाए रखते हुए नए उत्पादों को भी जोड़ा गया है ताकि ग्राहकों को एक ही स्थान पर संपूर्ण सुविधा मिल सके।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह दुकान न केवल औषधि और पूजा सामग्री का केंद्र है, बल्कि यह नगर की संस्कृतिक और पारंपरिक विरासत का प्रतीक भी है। पुरानी पीढ़ी के लोग बताते हैं कि इस दुकान से उन्होंने अपने दादा-परदादा के समय से जड़ी-बूटियाँ ली हैं और यह दुकान वर्षों से लोगों के विश्वास की पहचान बनी हुई है।
नए प्रतिष्ठान के उद्घाटन के अवसर पर नगरवासियों ने बानी परिवार को शुभकामनाएँ दीं और उम्मीद जताई कि यह दुकान आने वाले समय में भी लोगों के स्वास्थ्य, आस्था और परंपरा को बनाए रखते हुए और अधिक ऊँचाइयाँ छुएगी।
इस प्रकार, चांपा की यह सौ वर्ष पुरानी जड़ी-बूटी की दुकान अब आधुनिकता और परंपरा के संगम के रूप में नगर में एक नई पहचान के साथ स्थापित हो गई है।





