उग्रेश्वर गोपाल केवट की रिपोर्ट
शिवरीनारायण। श्रीरामचरितमानस के 12वें वर्षगांठ अवसर पर नगर में अखंड श्री नवधा रामायण पाठ का शुभारंभ रविवार को धार्मिक उत्साह और भव्यता के साथ हुआ। द्वितीय दिवस के संध्या सत्र में देवरघटा धाम के संत शिरोमणि श्री गोपाल दास जी महाराज एवं डॉ. राजेश्री महंत राम सुंदर दास महाराज के मुख्य आतिथ्य में विधिवत शुभारंभ किया गया। इससे पूर्व नगर में शोभायमान कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें 300 से अधिक महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में सहभागिता की। कलश यात्रा नवधा रामायण मंच से बाजे-गाजे और जयघोष के साथ प्रारंभ होकर मुख्य मार्ग, ज्वेलर्स रोड, नर-नारायण मंदिर मार्ग से होते हुए बाबा घाट महानदी पहुंची, जहाँ वैदिक मंत्रोच्चार के बीच जलाभिषेक व पूजा-अर्चना सम्पन्न की गई।

तत्पश्चात यात्रा रामघाट, अन्नपूर्णा मंदिर, केवट मंदिर, नटराज चौक, बॉम्बे मार्केट, अंबेडकर चौक, केरा चौक होते हुए कथा स्थल पर पहुंची। श्री गोपाल दास जी महाराज ने अपने आशीर्वचन में कहा कि “महानदी के तट पर बसे शिवरीनारायण में अखंड नवधा रामायण का आयोजन अत्यंत शुभ और पवित्र कार्य है। यह वही पावन भूमि है, जहाँ प्रभु श्रीराम जी का माता शबरी से मिलन हुआ था।” उन्होंने कहा कि श्रीरामचरितमानस का पाठ नगरवासियों के जीवन में मंगल और समृद्धि का संचार करेगा।

डॉ. राजेश्री महंत राम सुंदर दास महाराज ने अपने प्रवचन में कहा कि “अखंड नवधा रामायण का यह आयोजन पूरे नगर के लिए गौरव का विषय है। नौ दिनों तक निरंतर भजन, कीर्तन और रामकथा का कार्यक्रम चलेगा, जिससे नगर का वातावरण पूर्णतः भक्तिमय बनेगा।” उन्होंने राघवेंद्र सरकार और हनुमान जी महाराज की कृपा से सभी के सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। पूजा-अर्चना का विधिवत संचालन पंडित आशुतोष द्विवेदी द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रकाश (बिल्लू) बंसल, राधेश्याम सोनी, राजेंद्र यादव, निरंजन अग्रवाल, विनय अग्रवाल, डॉ. विश्वाश, सीताराम यादव, अजय आदित्य, मिलाप राम साहू, हरिशंकर यादव, घनश्याम साहू, गंगाधर यादव सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।शिवरीनारायण में अखंड श्री नवधा रामायण में मानस टोलियों के लिए,
प्रथम पुरस्कार 21000,
द्वितीय पुरस्कार 15000 तृतीय पुरस्कार 11000
चतुर्थ पुरस्कार 7500 पंचम पुरस्कार 5000 रुपए
एवं सांत्वना पुरस्कार राशि फाइनल में 1100/1100 रुपए रखे गए है सभी विजेता टीम को पुरस्कृत किया जाएगा आयोजन कमेटी ने अधिक से अधिक रामायण गायन वादन टिम से निवेदन किया है





