चांपा नगर। हनुमान धारा रोड पर बड़े पैमाने पर फ्लाई ऐश डंपिंग की जा रही है, जिससे क्षेत्र के निवासियों का जीवन संकट में पड़ गया है। हवा के साथ उड़कर घरों और सड़कों पर जमा हो रही फ्लाई ऐश न केवल स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो रही है, बल्कि पर्यावरण अधिनियम का खुला उल्लंघन भी हो रहा है। हैरानी की बात यह है कि इस गंभीर समस्या पर प्रशासन पूरी तरह मौन है।
घर-घर में पहुंच रही जहरीली राख
स्थानीय निवासियों के अनुसार, बीते कुछ दिनों से लगातार फ्लाई ऐश डंप की जा रही है, जिससे वार्ड के घर, दुकानें और सार्वजनिक स्थल इस राख की परत से ढक रहे हैं। हवा चलने पर यह महीन राख घरों के अंदर तक पहुंच रही है, जिससे सांस लेना तक मुश्किल हो गया है। वार्डवासियों का कहना है कि उनकी दैनिक जीवनचर्या प्रभावित हो रही है। घर के फर्नीचर, कपड़े, खाने-पीने की चीजों और यहां तक कि पीने के पानी तक में फ्लाई ऐश मिल रही है।
एक स्थानीय निवासी ने बताया, “हमारे बच्चे और बुजुर्ग इस जहरीली राख के कारण बीमार पड़ रहे हैं। घर के अंदर भी मास्क पहनना पड़ रहा है,
स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव
पर्यावरण विशेषज्ञों के अनुसार, फ्लाई ऐश में सिलिका, आर्सेनिक, क्रोमियम और अन्य भारी धातुएं होती हैं, जो श्वसन संबंधी बीमारियों, त्वचा रोगों और आंखों की जलन का कारण बन सकती हैं। विशेष रूप से दमा, ब्रोंकाइटिस और एलर्जी जैसी समस्याओं से पीड़ित लोगों के लिए यह स्थिति बेहद खतरनाक है।
कई वार्डवासियों ने बताया है कि पिछले कुछ दिनों में सांस फूलने, खांसी और आंखों में जलन जैसी समस्याएं बढ़ गई हैं।
पर्यावरण अधिनियम की खुली अवहेलना
भारत में पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 और अन्य कानूनों के तहत औद्योगिक अपशिष्ट जैसे फ्लाई ऐश के निस्तारण के लिए सख्त नियम बनाए गए हैं। इस राख को वैज्ञानिक तरीके से निपटान करना जरूरी होता है ताकि पर्यावरण और लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर न पड़े। बावजूद इसके, चांपा नगर में बेधड़क फ्लाई ऐश डंपिंग जारी है, और प्रशासन की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है।
निवासियों में आक्रोश, करेंगे विरोध प्रदर्शन
इससे नाराज वार्डवासियों ने अब सामूहिक विरोध प्रदर्शन करने की बात कह रहे है
स्थानीय समाजसेवी ने कहा, “अगर जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हम मजबूर होकर सड़क पर उतरेंगे और प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करेंगे। यह सिर्फ हमारे वार्ड की नहीं, बल्कि पूरे शहर की समस्या है।”
जल्द कार्रवाई न होने पर बढ़ सकती है समस्या
यदि जल्द ही इस समस्या का हल नहीं निकाला गया तो न केवल वार्डवासियों का जीवन और कठिन हो जाएगा, बल्कि पर्यावरण पर भी इसके गंभीर दुष्परिणाम होंगे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि वे तुरंत फ्लाई ऐश डंपिंग को रोके और जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई करें। यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो इस मुद्दे को लेकर व्यापक आंदोलन की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।