जस्ट पूछिंग,,,🤔
सूत्रों के हवाले से ख़बर है कि राज्य में हुए स्थानीय निकायों के चुनाव रिजल्ट पर आलाकमान के कोप भाजन हुए शीर्ष नेता अब अपने बगले झांकते नजर आ रहे,, इसी क्रम में 19 तारीख को काबिल और तेजतर्रार माने जाने वाले नेता और प्रदेश प्रभारी पायलट रायपुर पहुंचते हैं और कहते हैं कि यहां के निष्क्रिय नेताओं को हटाएं, और रिक्त पद जल्द भरो,,, दो दिन बाद हुक्म की तामील होती है और आनन फानन में 11 जिला अध्यक्ष बदल दिए जाते हैं,,,,,
अंतर्कलह के बीच आनन फानन में रायपुर पहुंचे कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने 19–20 मार्च को कहा था,,,कि बूथ से लेकर प्रदेश स्तर तक खाली पदों को भरा जाएगा और निष्क्रिय पदाधिकारियों को हटाया जाएगा,,,, उनके दौरे के ठीक बाद कांग्रेस ने 11 संगठन जिलों में नए अध्यक्ष नियुक्त कर दिए,,, तो क्या माना जा सकते है कि ये हटाए गए जिलाध्यक्ष निष्क्रिय थे,❓,, वही बाज़ार में चर्चा है कि अपनी कुर्सी बचाने के चक्कर में इनको निपटा दिया गया,,,, खैर ये पार्टी का अंदरूनी मामला है,,, लेकिन ये नियुक्ति वाकई दिलचस्प है,,,, कांग्रेस में नियुक्ति हो और शोर शराबा, हंगामा न हो ये बात कईयों दिग्गजों को पच नहीं रही,,,, कुछ नेताओं से रहा नहीं गया तो मुझसे भी संपर्क कर वस्तुस्थिति की जानकारी लेने फोन घुमा दिए,, मैंने भी सीधे जानकारी नहीं होने की बात कह टरका दिया,, इसी बहाने कुछ दिन नेताओं के भी पेट में दर्द होता रहे,,,,,,
सुनने में आया है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मंजूरी मिलने के बाद कांग्रेस महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने यह सूची जारी की है,,,, लेकिन दो दिन में लिस्ट जारी होना समझ से परे है,,, कईयों के मन में सवाल है कि क्या ये सूची पहले से तैयार थी,,, तो यहां के नेताओं को हवा क्यों नहीं लगा,,,,, और जिस तरह मीटिंग में 5 साल में इसका चला, उसका चला, मेरा नई सुना ,, कहके एक दूसरे पर दोषारोपण कर रहे थे ,, तो भूपेश को बोलना पड़ा कि किसने मलाई खाई है मेरा मुंह मत खुलवाओ,,, सवाल बड़े नेता भी लिस्ट को लेकर बयान जारी नहीं किए हैं,,,, क्यों,,,, कहीं अंदर से सेटिंग कर कोटा तो नहीं तय कर दिया गया था,,, ये जिला तेरा वो जिला मेरा,,,,,,
देश भर के कांग्रेस जिलाध्यक्षों से राहुल गांधी क सीधी बातचीत होनी है,,इससे पहले संगठन में हुई इस नियुक्ति को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है,,,
👉🏼बालोदः चंद्रेश हिरवानी
👉🏼दुर्ग (ग्रामीण): राकेश ठाकुर
👉🏼नारायणपुरः बिसेल नाग
👉🏼कोंडागांवः बुधराम नेताम
👉🏼कोरबा (शहर): नाथूलाल यादव
👉🏼कोरबा (ग्रामीण): मनोज चौहान
👉🏼बलौदा बाजारः सुमित्रा घृतलहरे
👉🏼सारंगढ़ बिलाईगढ़ः ताराचंद देवांगन
👉🏼सरगुजाः बाल कृष्ण पाठक
👉🏼बलरामपुरः कृष्णा प्रताप सिंह
👉🏼बेमेतराः आशीष छाबड़ा
ये वो नव नियुक्त जिलाध्यक्ष हैं जिन्हें कमान सौंपी गई है,,,, लेकिन इस पूरी नियुक्ति में सबसे ज्यादा दिलचस्प बलौदा बाजार जिले की नियुक्ति है जिसको लेकर चर्चाओं का बाज़ार गर्म है,, बेमेतरा में ताम्रध्वज तो बालोद दुर्ग में बघेल,, सरगुजा बलरामपुर में बाबा,, कोरबा में महंत की चली,, लेकिन राज्य का सबसे हाई प्रोफाइल जिला बलौदा बाजार में किसकी चली,,, ❓ राजनीतिक पंडित भी गुणा भाग कर रहे लेकिन पल्ले नहीं पड़ रहा कि सुमित्रा घृतलहरे ने ऊंची छलांग कैसे लगा ली,, संगठन जिला बनने से लेकर अब तक किसी महिला की नियुक्ति नहीं हुई,, ऊपर से जिला पंचायत चुनाव में पार्टी ने अधिकृत करना मुनासिब नहीं समझा उसे सीधे जिले की कमान,,, आखिर नियुक्ति में किसकी चली,,,❓🤔
कांग्रेस में इंदिरा गांधी के बाद पहली बार जिला अध्यक्षों का गांधी परिवार के किसी सदस्य से सीधा संवाद होगा,,राहुल गांधी छत्तीसगढ़ के सभी जिला अध्यक्षों से 3 अप्रैल को बातचीत करेंगे,,, बता दें कि राहुल से मीटिंग के लिए जिलाध्यक्षों को 3 चरणों में बुलाया गया है,,,पहली मीटिंग 27 मार्च, दूसरी 30 मार्च और तीसरी मीटिंग 3 अप्रैल को है,,,
*जस्ट पूछिंग में मेरा सवाल आपसे है,,,*
👉🏼क्या राहुल के तेवर देख सकते में हैं राज्यों के प्रभारी,,,,❓
👉🏼सचिन पायलट के छत्तीसगढ़ प्रभारी बनने के कोई दो फायदे कोई भी कांग्रेसी गिना पाएगा,,,❓
👉🏼बलौदा बाजार जिले में जिला अध्यक्ष नियुक्ति में किसकी चली,,,, कोई बता पाएगा,,❓,, चलो हिंट दे देता हूं,, स्क्रिप्ट न्याय यात्रा में लिखी जा चुकी थी,,,
👉🏼 आजकल में निकलने वाली जिलाध्यक्षों की एक और लिस्ट में रायपुर जिलाध्यक्ष भी क्या बलौदा बाजार की तरह चौंकाने वाला होगा,,❓
सियासत और ब्यूरोक्रेसी की चटपटी खबरों के लिए बने रहिए *ख़बरें सच तक* के साथ,,,
*बाबा मसीह*