भागम भाग जीवन शैली, अति व्यस्त बिगड़ी हुई लाइफ स्टाइल एवं उदर पूर्ति के लिए जो मिला खा लिया की सोच ने आज शरीर में बीमारियों का सैलाब जैसा ला दिया है, और इसके उपरांत बीमारियों से उबरने के लिए अनेकानेक डॉक्टरों के पास जाकर तरह-तरह से रंग बिरंगी गोली तथा दवाइयां का सेवन ने स्थिति को पहले से और अधिक भयानक बना दिया है, पर इस बीच राहत वाली बात यह है कि शरीर में उत्पन्न होने वाले तमाम बीमारियों सहित इसके लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति द्वारा अष्टधातु से निर्मित एक्यूप्रेशर फुट थैरेपी के माध्यम से कई तरह का लाभ पीड़ितों को मिल रहा है जिसमें एक्यूप्रेशर फुट थैरेपी के जरिए पैर के तलवों में प्राकृतिक जड़ी बूटियां से बने हुए तेल को लगाकर अष्टधातु से निर्मित तवे रूपी घूमने वाली प्लेट में चंद मिनटों के लिए रखकर घुमावदार प्लेट पर तलवों को एक्यूप्रेशर थैरेपी किया जाता है, जिसके चलते कुछ ही दिनों में तमाम किस्म के बीमारी एवं उसके लक्षणों से राहत मिलने की बड़ी उम्मीद पीड़ितों को मिल रही है,इसी को ध्यान में रखकर चांपा नगर के वार्ड नंबर 1 हनुमान धारा रोड कचरा गोदाम के पास इस प्रकार के अष्टधातु से निर्मित मशीन द्वारा तलवो का एक्यूप्रेशर थैरेपी के माध्यम से जन सेवा का कार्य किया जा रहा है अष्टधातु से निर्मित मशीन में तलवों के एक्यूप्रेशर थैरेपी के लिए सुबह से सायं काल चांपा ही नहीं दूर ग्रामीण क्षेत्रों से भी पीड़ित पहुंचकर बहुत ही साधारण शुल्क में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं,विशेष चर्चा में संवाददाता को बताया कि यह मशीन विशुद्ध प्राकृतिक चिकित्सा पर आधारित है और इसमें शरीर को किसी भी प्रकार का साइड इफेक्ट होने की दूर तक भी कोई संभावना नहीं है, इसमें किसी भी प्रकार का दवा इंजेक्शन अथवा कैप्सूल अथवा पेन किलर से इलाज नहीं किया जाता बल्कि केवल प्राकृतिक तेलों के माध्यम से पैर के तलवों को अष्टधातु से निर्मित घुमावदार तवे से एक्यूप्रेशर थैरेपी देकर शारीरिक कष्ट एवं बीमारियों तथा लक्षणों से बहुत राहत मिलने लगता है, और इस एक्यूप्रेशर थैरेपी के पहले अथवा बाद में किसी भी प्रकार का डॉक्टरी परामर्श की जरूरत भी नहीं होती है यह थैरेपी पद्धति पुराने बीमारियों पर राहत दिलाने के लिए प्रभावकारी बताया जाता है,,,,।
प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति से अति शीघ्र एंडी घुटना कमर कंधे गैस समस्या के पीड़ितों को मिल रहा राहत
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