शिक्षकों की युक्तिकरण में फैला गड़बड़ जाल,, माध्यमिक शिक्षक मण्डल के नियमों को दरकिनार कर जिम्मेदारों ने कर दी शिक्षकों की युक्तिकरण,, विद्यालय में कुल दर्ज संख्या 7 और शिक्षक तीन सवालों के घेरे में ज़िम्मेदार.?
बलौदाबाजार जिले में फैला शिक्षकों की युक्तिकरण में गड़बड़ जाल,, माध्यमिक शिक्षक मण्डल के नियमों को दरकिनार कर जिम्मेदारों ने कर दी शिक्षकों की युक्तिकरण, जहां स्कूल में बच्चों की कुल दर्ज संख्या 7 और शिक्षक 3, जिम्मेदारो की लापरवाही और मिलीभगत से बलौदाबाजार जिले में शिक्षा व्यवस्था चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट,, जानकारी के बावजूद भी जिम्मेदार बने मुख दर्शक।
दरअसल पूरा मामला छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले का है, जहां वर्तमान में सरकारी शिक्षकों की युक्तिकरण को लेकर जिम्मेदारों द्वारा जमकर धांधली की गई है, जिसे जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे। बता दे की कसडोल विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत आने वाले राजादेवरी संकुल केंद्र के शासकीय प्राथमिक मुंगुलभाठा स्कूल में नियम विरुद्ध शिक्षकों की युक्तिकरण किया गया है,, जानकारी के मुताबिक मुगलभाठा शासकीय प्राथमिक स्कूल में बच्चों की कुल दर्ज संख्या 7 है और वहां वर्तमान में नियम विरुद्ध 3 शिक्षकों की युक्तिकरण कर दिया गया है, जिससे शिक्षा विभाग के इस कार्य शैली पर तरह-तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं यह सवाल इसलिए खड़े हो रहे हैं क्योंकि यदि विद्यालय में शिक्षा विभाग के गाइडलाइन के अनुसार जिस विद्यालय में बच्चों की दर्ज संख्या कम होती है उन स्कूलों को समीपवर्ती विद्यालयों में मर्ज किया जा रहा है। मगर बलौदा बाजार जिले की कसडोल विकासखंड क्षेत्र के स्कूल में तीन-तीन शिक्षकों की युक्तिकरण कर दिया गया है। जबकि बलौदा बाजारबाजार जिले में ऐसे दर्जनों स्कूल है जिसमें बच्चों की दर्ज संख्या शिक्षा विभाग के नियमानुसार अधिक है वहां शिक्षकों की कमी के चले बच्चे अच्छी शिक्षा से वंचित हो जा रहे है।
छत्तीसगढ़ में प्राथमिक स्कूल में बच्चों की दर्ज संख्या 7 होने पर 3 शिक्षकों की युक्तिकरण के मामले में संकुल प्रभारी पर कार्यवाही की संभावना निम्नलिखित है:–
युक्तिकरण के नियम
– युक्तिकरण का उद्देश्य शिक्षकों का समान वितरण करना और संसाधनों का उचित उपयोग करना है।
– संकुल प्रभारी को युक्तिकरण के नियमों का पालन करना होता है और यह सुनिश्चित करना होता है कि शिक्षकों की नियुक्ति आवश्यकता के अनुसार हो।
कार्यवाही की संभावना
– यदि संकुल प्रभारी ने युक्तिकरण के नियमों का पालन नहीं किया है और 7 बच्चों वाले स्कूल में 3 शिक्षकों की युक्तिकरण की है, तो उनके खिलाफ विभागीय जांच की जा सकती है।
– जांच के बाद, यदि दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है, जैसे कि कारण बताओ नोटिस, वेतन वृद्धि रोकना, या पद से हटाना आदि।
विभागीय कार्रवाई
– विभागीय कार्रवाई के तहत, संकुल प्रभारी को अपने कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराया जा सकता है।
– यदि जांच में पाया जाता है कि संकुल प्रभारी ने जानबूझकर नियमों का उल्लंघन किया है, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
स्पष्टीकरण मांगना
– संकुल प्रभारी से स्पष्टीकरण मांगा जा सकता है कि उन्होंने 7 बच्चों वाले स्कूल में 3 शिक्षकों की युक्तिकरण क्यों की।
– यदि उनका स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं है, तो आगे की कार्रवाई की जा सकती है।